Aaj ke Hindustani
हम हैं आज के हिंदुस्तानी हम हैं आज के हिंदुस्तानी प्यारा हमे हमारा भारत हिंदी को हम भूल रहें है अंग्रेजी में हमारी महारत संख्या कोई जो हिंदी में पूछे समझ हम नहीं पाते हैं उसकी फिर अंग्रेजी पूछकर पूरी बात समझाते हैं अंग्रेजी की दौड़ में बढ़कर हिंदी हमारी पिछड़ गई कामयाबी तो मिली मगर विरासत हाथ से खिसक गई दादा दादी की कहानी में पहले कभी मिल जाती थी विलायत जब से पहुंचे हैं अब बाई भी इंग्लिश गाती है जागो अभी सम्भालो अभी निकला वक़्त ना आएगा कभी स्वरचित दिलप्रीत "दीपाली" मोहाली