pita(पिता )
पिता मेरे सोने से पहले , जिसके लिए सोना पाप है वो मेरा बाप है मेरी छोटी छोटी इच्छाओं पर, जो मिटने को तैयार है वो मेरा बाप है मेरा चेहरा देखकर ,मेरे दिल का हाल समझ लेता है मेरी सारी बलाएँ ,जो खुद पे ले लेता है मेरी अनगिनत गलतियां ,एक पल में क्षमा कर देता है कभी कभी जो मुझे डाँटकर , छुप छुपकर रोता है ज़िन्दगी के इम्तेहानों को जो हसकर जीतना सीखाता है ग़मों में भी जो ,मुसकुराने की अदा सिखाता है वही कुशल पिता कहलाता है दुआ है ऐ खुदा ,मेरी हमेशा तुझसे भूल से भी न अपमान हो ,उनका कभी मुझसे हमेश...