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Showing posts from March, 2019

hmara pta

हमारा पता वो   हमसे  हमारा  पता  पूछते  थे  हम  उनसे  अपनी  खता  पूछते  थे  हमे  पता  बताने  में  जो देरी  हुई  उन्होने  खता  बताना  जरुरी  ना  समझा  हमने  उनसे  कुछ  भी  छुपाया  नहीं  था  दिल  में  कोई  राज़   दबाया  नहीं  था  अपना दिल खोलकर  उनको  दिखाया  उन्हें जब जाना ,तो खुद  सा ही पाया  मेरे  दिल  ने  भी  एक  सपना सजाया  शायद  खुदा ने उसे ,मेरे  लिए बनाया  मगर  ख्वाब  ये   बन गया  झूठा  कुछ ही रोज़ में ये,काँच  जैसा  टूटा  उसे  मेरा शहर  लगने लगा छोटा  उसको  कमाना  था  पैसा भी मोटा  थोड़ी  मुश्किल  हुई ,मगर  अपने  दिल  को  संभाला  लगा कुछ इससे अच्छा  है  होने   वाला  फिर  कभी  किसी मोड़  पर जो मुलाकात होगी  हँसी  और  ख़ुशी से  अपनी  बात होगी  ये  दिल  दुआ  करेगा हमेशा  जहाँ  भी  रहे  वो  खुश रहे  हमेशा 

totlae bete

तोतले बेटे आओ तुमको बात सुनाऊ तुमको  थोड़ा  मै  हसाऊ एक परिवार  में  बेटे  चार तोतले  थे  चार  के  चार पिता को  आया उनकी  शादी  का  विचार पिता  ने   समझाया  ,उनको  बार  बार बोलना  मत  तुम  एक  भी  बार सब होकर  तैयार -शैयार पहुँच गए  लड़की  वालो  के द्वार लड़की  वालो  ने भी  दिखाया  खूब प्यार सभी बैठे  पी  रहे  थे  चाय कि   वहाँ  से  निकली  एक  चुहिया  भईया अब  चारों   आदत  से   लाचार बोल  बैठे  बारी  बार पहला  बोला  " तुही  तुही " दूसरा  बोला "तहाँ  तहाँ " तीसरा  बोला " मालो  मालो " चौथा  बोला " हम तो  भईया  तुपताप " पिता  को आया  गुस्सा  अपार चलो  घर , मैं  हूँ  तुम्हारा  बाप

Galat kon

गलत  कौन  गलत तुम नहीं , गलत  हम  नहीं  बस  हमारी  ये  तकरार  गलत  है  गलत तुम नहीं , गलत  हम  नहीं  बस  हमारे  संसकार  अलग  हैं  जिन्होने  तुम्हे  बनाया , जिन्होने  मुझे  बनाया  हमारे  वो  हालात  अलग  हैं  प्यार  हम  दोनों  के दिल  में  बसा  है  बस  प्यार  जताने  के  अंदाज़   अलग हैं    तेरा  हर  बात बताना, मेरा कुछ न  सुनाना  हमारे  बस  स्वभाव  अलग है   मुझे  बाते\बताने  में  परेशानी  नहीं  जरुरत नहीं लगती ,कोई  बेईमानी  नहीं  हम  दोनों की  चाहत  है  कि  वो  बदले  पर  ये शायद  मुनकिन  नहीं  कई  जन्मो  के  संसकार  हैं  ये  कल  और  आज की  बात  नहीं 

vishvas

विश्वास विश्वास रख  अपने  खुदा  पर जिसने  तुझे  बनाया  है तेरे  अस्तित्व  में  आने  से  पहले  भी, जिसने तुझे     खिलाया  है माँ के   पेट  की जटिल  अगनि  से भी   उसने तुझे बचाया है आज तक उससे  जो भी माँगा तूने  सदा  ही पाया  है सर  पर छत ,पेट  में  दाना उसने तुझे दिलाया  है  अपना  रूप  देकर   माँ  को तुझको दूध पिलाया  है बाबा  बनकर   उसने  तुझे चलना भी  सिखलाया  है विद्या  दी  उसने  तुझको तेरा  सम्मान  बढ़ाया  है सुन्दर  काया  पर तेरी सुन्दर वस्त्र  पहनाया  है बेअंत  रहम  किए   हैं  तुझ पर फिर  भी    तूने   उसे बिसराया  है रहमत  उसकी देखो  फिर भी तुझको   गले लगाया  है

Kya yahi pyaar hai

क्या  यही  प्यार  है क्यों  तन  को  ताड़ते  रहते  हो मन से तुम्हे  मतलब  ही नहीं प्यार  तो मन  से होता  है कभी सच्चा है  कभी झूठा  है तन  का पाना  प्यार  नहीं प्यार  दिलों  का मेल  है जो  दिल  को  तुम  मिला  ना  सको तो  प्यार  तुम्हारा  फेल  है आज तुम  जो  ललचाते  हो कल तुम  ही  भागोगे तन  का सुख  खत्म  होते  ही कही और  नज़र  तुम डालोगे मन  जब  कही  लग जाएगा दिल  वही  टिक  जाएगा वो  कुछ  खास  बनजाएगा उसका  सामने  होना  ही तुम्हे  खुशी  दे  जाएगा उसकी  आँख  का  आँसू  भी तुम्हारी  आँख  में  आएगा उसकी  खुशी   पाने  को तुम  सब  कुछ  ठुकराओगे उसके बिना  तुम जीवन में खुद को  अकेला  पाओगे ऐसे मिलन  का  बंधन ही तो ,एक पवित्र  बंधन होगा इस  मिलन  से  बना  वो घर , स्वर्ग  से  भी  सुन्दर  होगा

khushi

खुशी खुशी वो  नहीं  जो  किसी  की मोहताज  हो खुशी  तो वो है ,जो बस आज है खुशी  नौकरी  में नहीं खुशी छोकरी  में  नहीं खुशी  खाने  में नहीं खुशी  किसी  के  आने  में नहीं खुशी  तो बस  संतोष है कि  जो भी  है ,बस बहुत है खुशी  वहाँ  है ,जहाँ  कोई  दबाव  नहीं खुशी वहाँ  है ,जहाँ कोई  घाव  नहीं खुशी  मिल  जाएगी  तुम्हे पहले  खुद का सम्मान  करो दुसरो की  बातें  छोड़ो खुद की  पहचान करो 

dard

दर्द नहीं  तेरे  दर्द  का खरीदार  ज़माने  में ना  कोई  वफादार  ,ना  राज़दार  ज़माने  में यहाँ  तेरे  दर्द पर  हँसा  करते  हैं  लोग किसी  से  मत  कहना , कहकर  सबको  कह  देते  हैं  लोग तुम्हारी  बात ये एक को नहीं  हज़ारो को बताएँगे और सुनने वाले फिर , अनजान  बने  तुम्हे पूछने आएंगे इस  दुनिया में जो कोई वफादार भी  होता  है वो भी किसी न  किसी  गम  में  गिरफतार  होता है वो  भी तेरे  दर्द  को खुद में समा  नहीं सकता  है क्योंकि  उससे  अपना  ही  दर्द संभाले नहीं संभालता  है इसलिए  ना  सोच ,ना  डर होशियार  तु  बन बस  अपने  रब  से  फरियाद  तु  कर