Posts

Showing posts from July, 2018

khamoshi

Image
ख़ामोशी ख़ामोशी  मेरी  तुम्हे  सुनसान   लगती  है बातें   भी लेकिन  परेशान  करती है मै बोलू  भी तो  क्या  बोलू  वो भी चुभता  है जो जुबान  कहती  है अपने भी अपनों  की बातें  सुन  नहीं  सकते फिर  गैरो  की  क्या  मज़ाल  बनती  है वो तो  मै  हूँ ,जो  सुन  लेती  हूँ जो मै  कुछ  कहदू  तो  बवाल मचती है मेरी भी तो  तकलीफ  समझे कोई मेरे  दिल में भी कहाँ  है मैल  कोई ना  ही मुझे  तुमसे  है बैर  कोई कहती  बस  वही हूँ जो  बात  सही  हर बार  बनती  है कभी  नीचा  नहीं  दिखाना  चाहा कभी  दिल  नहीं  दुखाना चाहा कई  नापसंद  बातों  को भी  गटक  कर रिश्तो  को संभलाना  चाहा  लेकिन  तमाम  कोशिशें  नाकाम  हो गई दिल  की  नाराज़गी ,जब च...