beti ka dard
बेटी ने पूछा माँ से
क्यों जन्म नहीं देती मुझे
मैं तो तुम्हारा ही अंश हूँ
तुम्हारी ही परछाई हूँ
तुम्हारे प्यार से समाई हूँ
माँ का उत्तर
क्या करू ला कर तुम्हे इस समाज में
जहाँ बेटी अपनी नहीं पराई है
जहाँ सासों ने अपनी बहुओं को आग लगाई है
जहाँ हर कदम पर औरत के लिए रुसवाई है
जहाँ आज भी औरत मर्द के पैर की जूती बताई है
बेटी का जवाब
माँ अगर सब यूँ ही सोचने लगे
तो समाज का क्या होगा ?
क्या तुमने सोचा इसका अंजाम क्या होगा
ये धरती नष्ट हो जाएगी
बिन बेटी बहु कहा से लाओगी
माँ हमे ये समाज बदलना होगा
ये काम किसी एक से ना होगा
सबको मिलकर करना होगा
हर लक्ष्मी सरस्वती को अब दुर्गा बनना होगा
क्यों जन्म नहीं देती मुझे
मैं तो तुम्हारा ही अंश हूँ
तुम्हारी ही परछाई हूँ
तुम्हारे प्यार से समाई हूँ
माँ का उत्तर
क्या करू ला कर तुम्हे इस समाज में
जहाँ बेटी अपनी नहीं पराई है
जहाँ सासों ने अपनी बहुओं को आग लगाई है
जहाँ हर कदम पर औरत के लिए रुसवाई है
जहाँ आज भी औरत मर्द के पैर की जूती बताई है
बेटी का जवाब
माँ अगर सब यूँ ही सोचने लगे
तो समाज का क्या होगा ?
क्या तुमने सोचा इसका अंजाम क्या होगा
ये धरती नष्ट हो जाएगी
बिन बेटी बहु कहा से लाओगी
माँ हमे ये समाज बदलना होगा
ये काम किसी एक से ना होगा
सबको मिलकर करना होगा
हर लक्ष्मी सरस्वती को अब दुर्गा बनना होगा
Good...
ReplyDeleteIt's a big truth
ReplyDeleteToday's truth beautifully explained
ReplyDeleteजय मां हाटेशवरी.......
ReplyDeleteआप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
26/02/2019 को......
[पांच लिंकों का आनंद] ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में......
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
Apke Pyaar ke liye dhanyavaad.
DeleteAshirvaad bnae rakhiyega
बहुत लाजवाब...
ReplyDeleteवाह!!!