maine sach kahna chod diya
मैंने सच कहना छोड़ दिया
मैं झूठ नहीं बोलती
मैंने सच कहना छोड़ दिया
लोगो की कड़वी बातों ने
दिल कुछ इस कदर तोड़ दिया
कि मैंने सच कहना छोड़ दिया
सच कहते कहते ही कितनों ने मुँह मोड़ लिया
इसीलिए मैंने सच कहना ही छोड़ दिया
जब सच कहना मुश्किल हुआ
मैंने ख़ामोशी को ओड़ लिया
मगर मेरी ख़ामोशी ने मुझको
अंदर ही अंदर तोड़ दिया
तकलीफ जब हद से बढ़ने लगी
मैंने रुख खुदा की ओर किया
खुद को जग से तोड़ा और
प्रभु के संग जोड़ लिया
सच कहती हूँ मैने अब
सच कहना छोड़ दिया
मैं झूठ नहीं बोलती
मैंने सच कहना छोड़ दिया
लोगो की कड़वी बातों ने
दिल कुछ इस कदर तोड़ दिया
कि मैंने सच कहना छोड़ दिया
सच कहते कहते ही कितनों ने मुँह मोड़ लिया
इसीलिए मैंने सच कहना ही छोड़ दिया
जब सच कहना मुश्किल हुआ
मैंने ख़ामोशी को ओड़ लिया
मगर मेरी ख़ामोशी ने मुझको
अंदर ही अंदर तोड़ दिया
तकलीफ जब हद से बढ़ने लगी
मैंने रुख खुदा की ओर किया
खुद को जग से तोड़ा और
प्रभु के संग जोड़ लिया
सच कहती हूँ मैने अब
सच कहना छोड़ दिया
Good poem , simple words narrating facts
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