kamyabi
कामयाबी कामयाब तो सभी होना चाहते है पर कामयाबी को यहाँ कोन जानता है इंसान रूपए - पैसे और शोहरत को ही कामयाबी मानता है पैसा बिस्तर देता है,नींद नहीं पैसा खाना देता है,सेहत नहीं पैसा घडी देता है ,वक़्त नहीं पैसा साथी दे सकता है ,प्यार नहीं क्या कामयाबी का मतलब सच्ची ख़ुशी नहीं है ? क्या कामयाबी हस्ते खेलते परिवार में नहीं है ? क्या कामयाबी का मतलब एक सच्चा प्यार नहीं है? अगर मेरे सवालों में कामयाबी है तो क्या हमारी कामयाबी की परिभाषा उलटी नहीं है? जिस परिवार के सदस्यों के पास ,एक दूसरे के लिए समय ही नहीं जहाँ पति पत्नी को खुद की ज़िन्दगी से फुर्सत ही नहीं वहाँ कोनसी कामयाबी मिलेगी ? जवानी में माँ बाप ,अपने बच्चो को वक़्त नहीं देते वही बच्चे अपनी जवानी में ,बूढ़े बी माँ बाप को महत्व नहीं देते ये कोनसी कामयाबी है ? पैसा कमाना गलत नहीं पर इस पैसे और समाज की झूठी शान के लिए सब कुछ भूल जाना , सही नहीं अपनी जरूरतों को एक हद से ज्यादा बढ़ाना सही न